क्या है ई-सिगरेट? सरकार ने इसे क्यों बैन किया?

क्या है ई-सिगरेट? सरकार ने इसे क्यों बैन किया?

रोहित पाल

हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में कैबिनेट ने ई-सिगरेट पर पाबंदी लगा दी थी। इसके साथ ही कैबिनेट ने फैसले पर अमल करने के प्रस्ताव पर मंजूरी भी दे दी थी। कैबिनेट ने ई-सिगरेट के उत्पादन, बिक्री, इंपोर्ट, एक्सपोर्ट, ट्रासपोर्ट, वितरण, स्टोरेज, और विज्ञापन पर प्रतिबंघ लगा दिया है। बता दें कि ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स ने प्राहिबिशिन ऑफ ई सिगरेट ऑर्डिनेंस 2019 को जांचा था, जिसके बाद ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स ने इसमें मामूली बदलाव करने के सुझाव दिये थे।

क्या है ई- सिगरेट?

ई-सिगरेट एक ईलेक्ट्रानिक्स डिवाईस होती है जो एक बैटरी से चलती है। इसमें निकोटिन या गैर निकोटिन पदार्थ भरा जाता है और ये इलेक्‍ट्रोनिक उपकरण इस पदार्थ को भाप के रूप में बदलकर शरीर में भेजने में मदद करता है। यह आमतौर पर सामान्य सिगरेट या तम्बाकू जैसा ही अहसास देती है। लोग ई-सिगरेट को धूम्रपान करने के लिए सिगरेट, बीड़ी के विकल्प के रूप में प्रयोग करते हैं। हालांकि इसमें कोई धुआं नही होता है। यह एक ट्यूब के आकार में होती है और इसका बाहरी रूप सिगरेट या सिगार की बनावट जैसा होता है।

किस-किस देश में ई-सिगरेट बैन हुई है!

युनाइटेड स्टेट का मिशिगन (Michigan) ऐसा पहला राज्य है जिसने ई-सिगरेट को सितंबर में बैन कर दिया। इसके बाद न्यूयॉर्क ऐसा दूसरा स्टेट बना जिसने ई-सिगरेट को बैन कर दिया है। इसके बाद सिंगापुर ने भी ई-सिगरेट की बिक्री पर लगा दी है। जापान में कुछ वाईपिंग उत्पादों को प्रयोग करने की अनुमति है लेकिन जापान ने ई-सिगरेट जूस की बिक्री पर रोक लगा दी है।

क्या हैं ई-सिगरेट के नुकसान?

ई-सिगरेट के सेवन से व्यक्ति मे डिप्रेशन होने का खतरा बढ़ जाता है। एक रिसर्च के मुताबिक जो व्यक्ति ई-सिगरेट का सेवन करेगा उसमें हार्ट अटैक का 56 फीसदी खतरा अधिक बढ़ जाएगा। वहीं अगर कोई व्यक्ति इसका प्रयोग लम्बे समय तक करेगा तो उसमें ब्लड क्लॉट की समस्या उत्पन्न होने का खतरा रहता है।

नियमों के उल्ल्घंन करने पर सजा का प्रावधान

ई-सिगरेट के बैन होने के बाद अब हेल्थ मिनिस्ट्री के नए नियमों के अनुसार अगर कोई पहली बार नियमों का उल्लघंन करता है तो 1 साल की सजा और 1 लाख रुपये के जुर्माने का प्रावधान है और एक से अधिक बार नियमों का उल्लघंन करने पर 5 साल की सजा और 5 लाख रुपये जुर्माने का प्रावधान है।

आजकल युवाओं मे सिगरेट का क्रेज बढ़ता जा रहा है। धूम्रपान करने वाले युवाओं की संख्या बढ़ती जा रही है जिसमें 18 से 30 साल के युवाओं की संख्या अधिक है। लेकिन इन सब के बीच ई-सिगरेट का क्रेज युवाओं में बढ़ता जा रहा था। युवा दिन प्रतिदिन नशे की गिरफ्त मे फंसते चले जा रहे थे। सरकार के इस कदम से निश्चित रूप से इस पर रोक लगेगी।

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