क्‍या सच में यौनांग को शिथिल बनाता है कंडोम?

क्‍या सच में यौनांग को शिथिल बनाता है कंडोम?

सेहतराग टीम

पिछले दिनों सेक्‍सुअल हेल्‍थ को लेकर हुए सर्वे की चर्चा हर ओर है जिसमें यह दावा किया गया है कि सर्वे में शामिल 37 फीसदी पुरुषों ने माना कि सेक्‍स के दौरान कंडोम पहनने के कारण उनके यौनांग का कड़ापन समाप्‍त हो गया और शिथिलता आ गई। ये सर्वे एक क्लिनिक में किया गया जहां पुरुष यौन संक्रमण के इलाज के लिए आते हैं। सर्वे में शामिल पुरुषों की औसत उम्र 23.7 वर्ष थी और ये सुनिश्चित किया गया था कि इन सभी ने अपनी पार्टनर के साथ पिछले तीन महीने में कम से कम तीन बार सेक्‍स संबंध बनाया था और इस दौरान कंडोम का इस्‍तेमाल किया था। इन पुरुषों ने क्लिनिक द्वारा दी गई प्रश्‍नावली में जो जानकारियां दी उससे ये निष्‍कर्ष निकला कि 37 पुरुषों को कंडोम के इस्‍तेमाल से यौनांग में शिथिलता की परेशानी थी। ये अध्‍ययन आप यहां देख सकते हैं। 

 

क्‍या सच में दोषी है कंडोम

सवाल उठता है कि क्‍या सच में कंडोम के कारण यौनांग में शिथिलता आती है या इसका सीधा संबंध अन्‍य कारणों से है। उदाहरण के लिए, साल 2015 में द जर्नल ऑफ सेक्‍सुअल मेडिसीन ने भी एक अध्‍ययन किया था। इस का निष्‍कर्ष ये था कि कंडोम का यौनांग की शिथिलता पर कोई असर नहीं होता है बल्कि यदि किसी को कंडोम के कारण ऐसी समस्‍या हुई भी तो संबंधित व्‍यक्ति इरेक्‍टाइल डिस्‍फंक्‍शन यानी स्‍तंभन दोष का मरीज था। यानी भले ही वो कंडोम पहने या न पहने उसके यौनांग में किसी भी वजह से शिथिलता आ सकती थी। कमाल की बात थी कि ये अध्‍ययन भी 18 से 24 वर्ष के पुरुषों के बीच ही किया गया था। इस अध्‍ययन में ये भी बात सामने आई कि करीब 40 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्‍हें कंडोम इस्‍तेमाल करने के दौरान कोई परेशानी नहीं हुई। दूसरी ओर बड़ी संख्‍या ऐसे लोगों की भी थी जो कि ये दावा कर रहे थे कि इंटरकोर्स के दौरान या पहनने की प्रक्रिया के दौरान कंडोम के कारण उन्‍हें परेशानी हुई। अध्‍ययनकर्ताओं ने इसे कंडोम का दोष मानने से इनकार कर दिया और कहा कि दरअसल ये समस्‍या एंजाइटी या जागरुकता की कमी के कारण हुई।

 

खेल क्‍या है

दरअसल सारा खेल दिमाग का है। किसी व्‍यक्ति को अगर पहली बार यदि कंडोम का इस्‍तेमाल करते समय किसी भी वजह से यौनांग में शिथिलता की समस्‍या हुई (ऐसा किसी भी वजह से हो सकता है, कंडोम का पैकेट फाड़ कर उसे लगाने के दौरान जो समय लगता है उतनी देर में भी यौनांग में शिथिलता आ सकती है) तो अगली बार उसे कंडोम के इस्‍तेमाल में डर लग सकता है। ये एंजाइटी उसे तब तक बनी रह सकती है जबतक वो इससे उबरने का प्रयास न करे। इसके लिए जरूरी है कि वो कंडोम लगाने की प्रक्रिया के दौरान अपने पार्टनर से खुद को उत्‍तेजित बनाए रखने के लिए कहे। दूसरी बात ये है कि आप जो कंडोम इस्‍तेमाल कर रहे हैं हो सकता है उसकी फ‍िटिंग सही न हो। ये भी यौनांग में शिथिलता की वजह हो सकती है। शोधकर्ताओं ने ये भी पाया है कि करीब एक तिहाई पुरुषों को यह पता ही नहीं होता कि कंडोम इस्‍तेमाल करने का सही तरीका क्‍या है।

 

क्‍या करें

अगर आपको भी कंडोम पहनने के दौरान यौनांग में शिथिलता की शिकायत होती है तो आप अपनी पार्टनर से इसे पहनाने को कह सकते हैं। सेक्‍स का एक्‍ट पूरी तरह दिमाग पर निर्भर होता है। सेकेंड के लिए भी दिमाग अगर दूसरी ओर भटकने पर यौंनांग में शिथिलता आ जाती है। इसलिए बेहतर है कि सेक्‍स के एक्‍ट के दौरान खुद को उत्‍तेजित बनाए रखने पर ध्‍यान दें।

 

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