आयरन की गोलियां खाने के बाद 40 छात्राएं बीमार
सेहतराग टीम
क्या आयरन की गोलियों का भी साइड इफेक्ट होता है। आमतौर पर ऐसी शिकायतें नहीं आतीं मगर ये मामला जरा अलग है। तेलंगाना के अदिलाबाद जिले के एक आवासीय विद्यालय में बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत आयरन की गोलियां खाने के बाद करीब 40 छात्राओं की तबियत बिगड़ गई। इससे अभियान से जुड़े अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। इन छात्राओं को तत्काल मेडिकल सहायत उपलब्ध कराई गई। अधिकांश छात्राओं ने दवा खाने के बाद मिचली की शिकायत की।
अधिकारियों ने बताया कि इनमें से कुछ को अस्पताल में भर्ती कराया गया है ताकि उनकी तबीयत पर नजर रखी जा सके। एक चिकित्सा अधिकारी के अनुसार आदिलाबाद जिले के अनुकुंटा गांव के महात्मा ज्योतिबा फुले बालिका आवासीय विद्यालय के 10-15 साल की करीब 400 छात्राओं को राष्ट्रीय बाल विकास स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत आयरन की गोलियां खाने को दी गयी थीं। उनमें से करीब 40 ने जी मिचलाने की शिकायत की।
इनमें से 10-15 छात्राओं को राजीव गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती कराया गया ताकि उनकी तबीयत पर नजर रखी जा सके। बाकी छात्राओं की स्थिति ठीक है। अधिकारियों ने बताया कि ये दवाएं खाना खाने के बाद लेनी थी लेकिन ऐसा जान पड़ता है कि कुछ ने खाली पेट ये टेबलेट खा लिये। आयरन की गोलियां रक्ताल्पता से बचने के लिए दी जाती हैं।
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