21 जून को ही क्‍यों मनाते हैं योग दिवस

21 जून को ही क्‍यों मनाते हैं योग दिवस

सेहतराग टीम

बस चंद घंटों के बाद पूरी दुनिया योग दिवस के जरिये 5000 साल पुरानी भारतीय आध्‍यात्मिक शिक्षा से साक्षात्‍कार करेगी। भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया के अलग-अलग हिस्‍सों में योग समारोह आयोजित किए जाएंगे। मगर क्‍या आप जानते हैं कि अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस मनाने के लिए 21 जून का ही दिन क्‍यों चुना गया? आखिर एक ऐसे दिन जब गर्मी चरम पर होती है और भारतीय उप महाद्वीप में लोगों के लिए घरों से बाहर निकलना कष्‍टदायक होता है तब योग दिवस आयोजित करने के पीछे क्‍या तर्क है?

दरअसल इसका सीधा संबंध सूर्य के उत्‍तरायण और दक्षिणायण होने से है। ये तो हम सभी जानते हैं कि हर वर्ष 14 जनवरी को सूर्य उत्‍तरायण होते हैं और इस दिन मकर संक्रांति मनाई जाती है। मगर कम लोगों को यह जानकारी होगी कि 21 जून को, जब पृथ्‍वी के उत्‍तरी गोलार्द्ध में सबसे लंबा दिन होता है उसके बाद सूर्य दक्षिणायण हो जाते हैं और इसके बाद दिन छोटा होना शुरू होता है और धीरे-धीरे रात लंबी होने लगती है। यह चक्र छह-छह महीने तक चलता है।

भारतीय संस्कृति के दृष्टिकोण से, ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन हो जाता है और सूर्य के दक्षिणायन का समय आध्यात्मिक सिद्धियां प्राप्त करने में बहुत लाभकारी है। इस समय काल को योग सिद्ध‍ियों के लिए उपयुक्‍त माना जाता है और इसलिए जब अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस का चयन करने की बात हुई तक 21 जून की तारीख पर सहमति बनी।

भारत में योग को स्वस्थ रहने की लगभग 5000 साल पुरानी मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक पद्धति के रूप में मान्यता प्राप्त है और यह हमारे देश के लोगों की जीवनचर्या का हिस्सा है, लेकिन चार बरस पहले संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का ऐलान करके पूरी दुनिया को स्वस्थ रहने का मंत्र दे दिया और अब पूरी दुनिया एक बार फ‍िर जोर-शोर से योग दिवस के आयोजन में जुटी है।

दुनिया के 170 से ज्यादा देशों के लोग 21 जून को विश्व योग दिवस के रूप में मनाते हैं और योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाने का संकल्प लेते हैं। पूरे विश्व में इस दिन योग के फायदों के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिये योग प्रशिक्षण शिविर, योग प्रतियोगिता और सामूहिक योगाभ्यास किया जाता है।

भारत में इस बार का मुख्य योग कार्यक्रम देवभूमि उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में होगा और साल के इस सबसे लंबे दिन लोग अपने जीवन को अधिक से अधिक लंबा और स्वस्थ बनाए रखने का संकल्प लेंगे। इस समारोह में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जिनकी पहल पर अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस की घोषणा की गई थी, भी शिरकत करेंगे।

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