होम्योपैथी खांसी-सर्दी का इलाज करने में कैसे कर सकती है मदद?

सेहतराग टीम

बहती नाक, गले में खराश और सिरदर्द खांसी और जुकाम के कुछ सामान्य लक्षण हैं। ये बीमारी सर्दी के मौसम में किसी को भी हो सकती है। इसका इलाज भी है लेकिन आज हम बात करेंगे होम्योपैथी की, जो एक काफी कारगर इलाज माना जाता है। होम्योपैथी दवाओं को प्राकृतिक पदार्थों से बनाया जाता है और इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है।

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सर्दी जुकाम के लिए होम्योपैथी दवाएं (Here are Some of the Common Medicines Used in Treating Common Cold in Cough):

एकोनाइट (Aconite): 

यह दवा ठंड या शुष्क मौसम के संपर्क में आने के बाद सर्दी और खांसी के शुरुआती चरण में खाना चाहिए। यह आमतौर पर उच्च बुखार और बेचैनी के पहले 24 घंटों में दिया जाता है।

अल्लियम सेपा (Allium Cepa):

ये छींकने और पानी से भरी आंखों के साथ स्ट्रीमिंग ठंड के इलाज के लिए है। यह दवा ठंड के इलाज में प्रभावी है। जब व्यक्ति की आँखें जल रही हो और नाक से पानी निकल रहा हो तब इस दवा का सेवन करना चाहिए।

आर्सेनिकम एल्बम (Arsenicum Album): 

यदि आप बार-बार छींक रहे हैं, तो आपकी नाक में जलन और गुदगुदी हो रही है, तो होम्योपैथ आपको आर्सेनिकम एल्बम लिख सकता है। यह दवा धड़कते हुए ललाट सिरदर्द, सीने में दर्द, बेचैनी और भय का इलाज करने में भी प्रभावी है।

यूफ्रेशिया (Euphrasia): 

यूफ्रेशिया आंखों से जलन के उपचार के लिए निर्धारित है। यह सूजन पलकों और खांसी को ठीक करने में मदद कर सकता है जो दिन के समय में तेज होती है।

फेरम फास्फोरिकम (Ferrum phosphoricum):

यह होम्योपैथी दवा सभी सूजन की समस्याओं, लाल जलती आंखों, बेचैन नींद, कमजोरी और अत्यधिक प्यास की प्रारंभिक अवस्था के उपचार में प्रभावी है।

गेल्सेमियम (Gelsemium)

ये फ्लू जैसे लक्षणों के साथ सर्दी के लिए निर्धारित है। शरीर में दर्द, पूरे शरीर में भारीपन, थकान, बेचैनी और ठंड लगना।

काली बाइक्रोमिकम (Kali bichromicum)

ठंड लगने के बाद नाक बह रहा है तो इस दवा का सेवन कर सकते है। यह सर्दी और खांसी के अन्य लक्षणों पर भी प्रभावी है।

मर्क्यूरियस सोलूबिलिस (Mercurius Solubilis): 

मर्क्यूरियस सोलुबिलिस ठंडक, बार-बार छींकने, गले में खराश, भारी लार आना, मुंह से दुर्गंध आना और कान दर्द का इलाज करने के लिए है।

फॉस्फोरस (Phosphorus): 

यह होम्योपैथी दवा सूखी खांसी से पीड़ित लोगों को प्रदान की जाती है, जो सुबह या शाम या जब बात करते हैं, खाते हैं, हंसते हैं, या ठंडी हवा में सांस लेते हैं।

खुराक (Dosage)

आपका होम्योपैथ डॉक्टर आपकी स्थिति की गंभीरता के आधार पर आपको खुराक निर्धारित करेगी। यदि आपको 3-4 खुराक के बाद कोई सुधार नहीं दिखता है, तो अपने डॉक्टर से मिलें।

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