कोरोना वायरस से बचाव के लिए 50 की उम्र से ऊपर के लोग खाने में शामिल करें ये चीजें

कोरोना वायरस से बचाव के लिए 50 की उम्र से ऊपर के लोग खाने में शामिल करें ये चीजें

सेहतराग टीम

आज के समय में कई तरह की समस्याएं हमारे शरीर में होते रहती हैं, जिसकों हम कई बार नजरअंदाज कर देते हैं। वहीं बढ़ती उम्र के साथ भी लोगों के शरीर में तरह-तरह की समस्याएं हो जाती हैं और कई रोग उन्हें अपना शिकार बना लेते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उनके शरीर में कई तरह के विटामिन्स की कमी हो जाती हैं, जिसके कारण उन्हें कई तरह की समस्याएं झेलनी पड़ती हैं। इसलिए जरूरी हो जाता है कि बढ़ती उम्र के साथ-साथ इनकी आपूर्ति की जाए। इस लेख में हम आपको ऐसे 6 विटामिन के बारे में बता रहे हैं, जिनकी कमी अक्सर बढ़ती उम्र में हो जाती है तो आइए जानते हैं कि कौन से हैं ये विटामिन और कैसे करें इनकी आपूर्ति।

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1- कैल्शियम

बढ़ती उम्र के साथ, आप इस खनिज को अवशोषित करने की तुलना से अधिक प्राप्त नहीं कर पाते हैं। इससे आपकी हड्डियों अधिक आसानी से (ऑस्टियोपोरोसिस) टूट सकती हैं, खासकर रजोनिवृत्ति के बाद महिलाओं के लिए। कैल्शियम आपकी मांसपेशियों, तंत्रिकाओं, कोशिकाओं और रक्त वाहिकाओं को सही काम करने में मदद करता है। आप इसे अपनी हड्डियों से प्राप्त करते हैं, जो इन्हें भोजन से मिलता है। 50 की उम्र से अधिक महिलाओं और 70 की उम्र से अधिक पुरुषों को अन्य वयस्कों की तुलना में लगभग 20% अधिक कैल्शियम की जरूरत होती है। दूध, दही और पनीर कैल्शियम के अच्छे स्रोत हैं।

2- विटामिन बी 12

विटामिन बी 12 रक्त और तंत्रिका कोशिकाओं को बनाने में मदद करता है। आप इसे प्राकृतिक रूप से मांस, मछली, अंडे और डेयरी जैसे खाद्य पदार्थों से प्राप्त करते हैं। गोलियां, शॉट्स, और "बी 12-फोर्टीफाइड" खाद्य पदार्थ, जैसे नाश्ते में खाए जाने वाले सीरियल और अन्य इसके स्रोत हैं। अधिकांश लोग पर्याप्त मात्रा में इसे खाते हैं, लेकिन बढ़ती उम्र के कारण इसकी मात्रा बदल सकती है। 50 की उम्र से अधिक लोगों में 30% तक एट्रोफिक गैस्ट्रिटिस होता है, जो आपके शरीर को खाद्य पदार्थों से विटाामिन बी 12 को अवशोषित करना कठिन बनाता है। एंटासिड, कुछ मेडिसिन और वजन घटाने की सर्जरी बी 12 की कमी में योगदान कर सकते हैं।

3- विटामिन डी

कैल्शियम को अवशोषित करने के लिए आपके शरीर को इसकी आवश्यकता होती है। इसके पर्याप्त सेवन से ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने में मदद मिलती है। विटामिन डी आपकी मांसपेशियों, तंत्रिकाओं और प्रतिरक्षा प्रणाली यानी की इम्यूनिटी सिस्टम को सही काम करने में मदद करता है। ज्यादातर लोगों को धूप से कुछ विटामिन डी मिलता है। लेकिन आपका शरीर आपकी उम्र के अनुसार सूर्य की किरणों को विटामिन डी में परिवर्तित करने में कम सक्षम हो जाता है। इस विटामिन को खाद्य पदार्थों से प्राप्त करना कठिन है, लेकिन वसायुक्त मछली जैसे सैल्मन, मैकेरल और सार्डिन इसके अच्छे स्रोत हैं।

4- विटामिन बी 6

विटामिन सी आपके शरीर को कीटाणुओं से लड़ने और ऊर्जा बनाने में मदद करता है। यह बच्चों के दिमाग को बढ़ने में भी मदद करता है। जैसे-जैसे आप बड़े होते जाते हैं, आपको अधिक B6 की आवश्यकता होती है। कुछ अध्ययनों में बुजुर्गों में उच्च बी 6 रक्त स्तर और बेहतर स्मृति के बीच संबंध पाए गए हैं। लेकिन ये विटामिन डिमेंशिया वाले लोगों में मानसिक क्षमताओं में सुधार नहीं करता है। छोले एक आसान और सस्ता स्रोत है। इसके साथ ही वसायुक्त मछली और नाश्ते में सीरियल  भी विटामिन बी 6 का अच्छा स्त्रोत हैं।

5- मैगनीशियम

यह आपके शरीर को प्रोटीन और हड्डी बनाने में मदद करता है, और यह आपके ब्लड शुगर को भी स्थिर रखता है। आप इसे नट्स, बीज और पत्तेदार साग से प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन बुजुर्ग इसका कम सेवन करते हैं। इसके अलावा, वे लंबे समय तक स्वास्थ्य स्थिति से पीड़ित रहते हैं या कई दवाईयों का सेवन करते हैं। इन दोनों ही स्थितियों में आपको मैग्नीशियम की कमी हो सकती है।

6- प्रोबायोटिक्स

ये फ्रेंडली बैक्टीरिया आपके आंत के लिए अच्छे हैं। आप उन्हें किण्वित खाद्य पदार्थ जैसे दही या सौकरकूट, या सप्लीमेंट्स से प्राप्त करते हैं। ये दस्त या इरिटेबल बाउल सिंड्रोम जैसी पाचन समस्याओं को ठीख करने में मदद कर सकते हैं। इतना ही नहीं ये एलर्जी से भी रक्षा कर सकते हैं। अगर आप स्वस्थ हैं, तो प्रोबायोटिक्स सुरक्षित होने की संभावना है। लेकिन  अगर आप किसी स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहे हैं या फिर आपका इम्यून सिस्टम कमजोर है तो इन्हें लेने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें।

 

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